EMC classes kya hai./EMC क्लास क्या होता है? EMC की फुल फॉर्म क्या है?
यह एक पाठ्यक्रम है,जिसको 2019 में लांच
किया गया है। यह पाठ्यक्रम दिल्ली के बड़े सरकारी स्कूलों में शुरू किया गया है। यह पाठ्यक्रम कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लिए है।
EMC की फुल फॉर्म क्या है?
ENTREPRENEURSHIP MINDSET CURRICULUM.
हैप्पीनेस की तरह इसको भी कुछ चरणों में बांटा गया है जैसे ध्यान देने की प्रक्रिया, कहानी, गतिविधि तथा अभिव्यक्ति आदि।
सोमवार को पूरे पीरियड ध्यान देने की प्रक्रिया होती है,ध्यान देने के कई तरीके होते हैं जैसे आरामदायक स्थिति में बैठकर अपनी सांसों पर ध्यान देना तथा उनकी गिनती भी कर सकते हैं, आंखों को बंद करके बाहर की आवाज़ों को सुनना आदि।
कहानियां जो सुनाई जाती है बो अधिकतर व्यापार से संबंधित होती हैं।
गतिविधि में जैसे ध्यान से सुनना तथा स्पष्ट कहना, फ्रूट सलाद आदि।
अभिव्यक्ति में शनिवार को सब बच्चों को एक आदर्श व्यक्ति के प्रति अपना आभार व्यक्त करना होता है।
इस पाठ्यक्रम में रोजाना ही 2 से 4 मिनट तक सबसे पहले ध्यान देने की प्रक्रिया होती है।
इस पाठ्यक्रमानुसार दुनिया में दो तरह के युवा होते हैं पहले बो जो नौकरी के पीछे भागते है दूसरे बो जिनके पीछे नौकरियां भागती हैं। जिन लोगों के पीछे नौकरियां भागती हैं उन्हें अपने साथ-साथ उन लोगों के लिए भी नौकरी का इंतजाम करना होता हैं जो लोग नौकरी के पीछे भाग रहे हैं। उदाहरण-माना दो दोस्त हैं एक नौकरी करता है और दूसरा नौकरी नहीं करना चाहता। बो अपना व्यापार करके दूसरे बेरोजगार युवाओं को रोजगार देता है।
इस प्रकार नौकरी करने वाला व्यक्ति सिर्फ अपना भला करता है जबकि व्यापार करने वाला पूरे समाज का भला कर सकता है।
यह सिखाता है कि किसी कार्य में असफलता मिलने पर हमें हार नहीं माननी चाहिए बल्कि उससे कुछ सीखकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।
अर्थव्यवस्था को सुधारना है।
ः बच्चों के भीतर छुपे हुए गुण और क्षमताओं को बाहर निकालना है।
ः बच्चों में कुछ नया करने की क्षमता विकसित करना।
किया गया है। यह पाठ्यक्रम दिल्ली के बड़े सरकारी स्कूलों में शुरू किया गया है। यह पाठ्यक्रम कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लिए है।
EMC की फुल फॉर्म क्या है?
ENTREPRENEURSHIP MINDSET CURRICULUM.एन्त्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट कॅरिकुलम (EMC) की फुल फॉर्म है।EMC को हिंदी में_उद्यमशीलता मानसिकता पाठ्यक्रम कह सकते है।इस विषय का रोजाना एक पीरियड लगता है।
हैप्पीनेस की तरह इसको भी कुछ चरणों में बांटा गया है जैसे ध्यान देने की प्रक्रिया, कहानी, गतिविधि तथा अभिव्यक्ति आदि।
सोमवार को पूरे पीरियड ध्यान देने की प्रक्रिया होती है,ध्यान देने के कई तरीके होते हैं जैसे आरामदायक स्थिति में बैठकर अपनी सांसों पर ध्यान देना तथा उनकी गिनती भी कर सकते हैं, आंखों को बंद करके बाहर की आवाज़ों को सुनना आदि।
कहानियां जो सुनाई जाती है बो अधिकतर व्यापार से संबंधित होती हैं।
गतिविधि में जैसे ध्यान से सुनना तथा स्पष्ट कहना, फ्रूट सलाद आदि।
अभिव्यक्ति में शनिवार को सब बच्चों को एक आदर्श व्यक्ति के प्रति अपना आभार व्यक्त करना होता है।
इस पाठ्यक्रम में रोजाना ही 2 से 4 मिनट तक सबसे पहले ध्यान देने की प्रक्रिया होती है।
इस पाठ्यक्रमानुसार दुनिया में दो तरह के युवा होते हैं पहले बो जो नौकरी के पीछे भागते है दूसरे बो जिनके पीछे नौकरियां भागती हैं। जिन लोगों के पीछे नौकरियां भागती हैं उन्हें अपने साथ-साथ उन लोगों के लिए भी नौकरी का इंतजाम करना होता हैं जो लोग नौकरी के पीछे भाग रहे हैं। उदाहरण-माना दो दोस्त हैं एक नौकरी करता है और दूसरा नौकरी नहीं करना चाहता। बो अपना व्यापार करके दूसरे बेरोजगार युवाओं को रोजगार देता है।
इस प्रकार नौकरी करने वाला व्यक्ति सिर्फ अपना भला करता है जबकि व्यापार करने वाला पूरे समाज का भला कर सकता है।
यह सिखाता है कि किसी कार्य में असफलता मिलने पर हमें हार नहीं माननी चाहिए बल्कि उससे कुछ सीखकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।
उद्देश्य-
ः देश की बेरोजगारी को कम करने और देश कीअर्थव्यवस्था को सुधारना है।
ः बच्चों के भीतर छुपे हुए गुण और क्षमताओं को बाहर निकालना है।
ः बच्चों में कुछ नया करने की क्षमता विकसित करना।
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